फिट्स (मिर्गी) का दौरा क्यू आता है और उसके कूच घरेलू उपचार
फिट्स (मिर्गी/Epilepsy): कारण, लक्षण और घरेलू उपचार
फिट्स, जिसे मिर्गी और एपिलेप्सी भी कहा जाता है, एक न्यूरोलॉजिकल स्थिति है जिसमें मस्तिष्क की तंत्रिकाओं की असामान्य गतिविधि के कारण दौरे (seizures) आते हैं। ये दौरे विभिन्न प्रकार के हो सकते हैं और व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक स्थिति को प्रभावित कर सकते हैं। मिर्गी का इलाज दवा और चिकित्सा प्रबंधन से किया जाता है, लेकिन कुछ घरेलू उपाय भी इसके लक्षणों को प्रबंधित करने में मदद कर सकते हैं।
मिर्गी के कारण
मिर्गी के कारण कई हो सकते हैं, और इनमें से कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:
आनुवांशिक कारक: मिर्गी आनुवांशिक हो सकती है। अगर परिवार में किसी को मिर्गी है, तो उसके परिवार के अन्य सदस्य भी प्रभावित हो सकते हैं।
मस्तिष्क की चोट: सिर में चोट लगने के कारण, जैसे कि दुर्घटनाएं या खेलों में चोटें, मस्तिष्क में क्षति हो सकती है जो मिर्गी का कारण बन सकती है।
मस्तिष्क में संक्रमण: मस्तिष्क की सूजन या संक्रमण, जैसे कि मेनिन्जाइटिस (meningitis) या एन्सेफलाइटिस (encephalitis), मिर्गी के दौरे को ट्रिगर कर सकते हैं।
मस्तिष्क में संरचनात्मक समस्याएँ: मस्तिष्क में असामान्य संरचनाएँ, ट्यूमर्स, या अन्य समस्याएँ मिर्गी का कारण बन सकती हैं।
मेटाबोलिक असंतुलन: शरीर में खनिजों या विटामिनों की कमी, जैसे कैल्शियम, पोटेशियम, या सोडियम की कमी, मिर्गी को ट्रिगर कर सकती है।
मादक पदार्थों का उपयोग: अत्यधिक शराब या अन्य मादक पदार्थों का सेवन मिर्गी के दौरे को ट्रिगर कर सकता है।
अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ: जैसे कि उच्च बुखार (खासकर छोटे बच्चों में) भी मिर्गी का कारण बन सकते हैं।
मिर्गी के लक्षण
मिर्गी के लक्षण व्यक्ति के प्रकार और दौरे के प्रकार पर निर्भर करते हैं। सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
सर्वेक्षण (Convulsions): शरीर में अनियंत्रित झटके या संकुचन, जो पूरे शरीर में या शरीर के कुछ हिस्सों में हो सकते हैं।
आचेतनता: व्यक्ति अचानक बेहोश हो सकता है या उसकी चेतना जा सकती है। दौरे के दौरान व्यक्ति पूरी तरह से अचेत हो सकता है।
मांसपेशियों की अकड़न: शरीर के कुछ हिस्सों में अकड़न या तनाव, जैसे हाथ या पैर में।
भ्रम और अजीब अनुभव: व्यक्ति को अजीब अनुभूति या भ्रम का अनुभव हो सकता है, जैसे असामान्य सुगंध या ध्वनि।
स्वभाव में बदलाव: दौरे के दौरान व्यक्ति का व्यवहार या स्वभाव अचानक बदल सकता है।
घरेलू उपचार
मिर्गी का इलाज मुख्यतः दवा और चिकित्सा प्रबंधन से किया जाता है, लेकिन कुछ घरेलू उपाय भी फिट्स की आवृत्ति और गंभीरता को कम करने में सहायक हो सकते हैं। ध्यान दें कि ये उपाय केवल सहायक के रूप में होते हैं और चिकित्सा उपचार का विकल्प नहीं हैं।
स्वस्थ आहार:
- केटोजेनिक आहार: कुछ अध्ययनों से पता चला है कि केटोजेनिक आहार (जो उच्च वसा और कम कार्बोहाइड्रेट्स वाला होता है) मिर्गी के दौरे को कम कर सकता है। इसे अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।
- संतुलित आहार: शरीर को सभी आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त करने के लिए संतुलित आहार लें। फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज, और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें।
समय पर दवा लेना:
- अगर आपके डॉक्टर ने दवा निर्धारित की है, तो उसे नियमित रूप से और समय पर लें। दवा को बिना डॉक्टर की सलाह के बंद या बदलना मिर्गी की स्थिति को बढ़ा सकता है।
तनाव प्रबंधन:
- योग और ध्यान: योग और ध्यान करने से मानसिक तनाव कम हो सकता है, जो मिर्गी के दौरे को ट्रिगर कर सकता है।
- गहरी सांस लेना: गहरी सांस लेने की तकनीकें भी तनाव को कम करने में सहायक हो सकती हैं।
पर्याप्त नींद:
- नींद की आदतें: एक ही समय पर सोने और जागने की आदत डालें। नींद की कमी मिर्गी को ट्रिगर कर सकती है।
- संतुलित नींद: एक शांत और आरामदायक नींद का माहौल बनाएँ, जिससे नींद की गुणवत्ता बेहतर हो सके।
एल्कोहल और कैफीन से परहेज:
- अत्यधिक शराब और कैफीन का सेवन करने से बचें। ये पदार्थ मिर्गी को बढ़ा सकते हैं और मस्तिष्क की गतिविधि को प्रभावित कर सकते हैं।
हाइड्रेशन:
- पानी पीना: पर्याप्त पानी पीने से शरीर हाइड्रेटेड रहता है और मेटाबोलिक असंतुलन से बचाव होता है, जो मिर्गी को ट्रिगर कर सकता है।
मासाज और अरोमाथेरेपी:
- मासाज: कुछ लोगों को तनाव और सिरदर्द को कम करने के लिए शरीर की मालिश लाभकारी लगती है।
- सुगंधित तेल: लैवेंडर या पुदीना तेल की सुगंध से कुछ लोगों को आराम मिल सकता है।
रूटीन चेक-अप्स:
- नियमित चिकित्सा जांच और मिर्गी के लक्षणों पर निगरानी रखें। डॉक्टर से नियमित चेक-अप्स से स्थिति की निगरानी और प्रबंधन में मदद मिलती है।
कब डॉक्टर से संपर्क करें?
अगर आपको मिर्गी के दौरे आ रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। विशेष ध्यान दें यदि:
- दौरे लंबे समय तक जारी रहें या लगातार एक के बाद एक दौरे आ रहे हों।
- पहली बार दौरा आ रहा हो और इसके लिए कोई पूर्व संकेत न हो।
- दौरे के बाद व्यक्ति पूरी तरह से सामान्य न हो और उसे ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो।
- दौरे के दौरान गंभीर चोटें आई हों या अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ उत्पन्न हो रही हों।
मिर्गी का इलाज एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है और घरेलू उपाय केवल सहायक हो सकते हैं। चिकित्सा पेशेवर की सलाह और उपचार हमेशा प्राथमिकता होनी चाहिए।
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