क्यू आपको बस मे या दूर के यात्रा मे उलटी होती है?
बस या अन्य परिवहन के माध्यम से यात्रा करते समय उल्टी होना, जिसे आमतौर पर "मोशन सिकनेस" (motion sickness) या यात्रा बीमारी (travel sickness) कहा जाता है, एक सामान्य समस्या है। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब हमारा मस्तिष्क अनुभव की जा रही गति को समझने में असमर्थ होता है, जिसके परिणामस्वरूप उल्टी, चक्कर आना, और अन्य असहज लक्षण उत्पन्न होते हैं। इस लेख में हम मोशन सिकनेस के कारणों, लक्षणों, और इसके उपायों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
मोशन सिकनेस के कारण
मोशन सिकनेस कई कारणों से उत्पन्न हो सकता है। यहां कुछ मुख्य कारण दिए गए हैं:
1. सेंसरी इनकंसिस्टेंसी (Sensory Inconsistency)
यह स्थिति तब होती है जब आपकी आँखें और आंतरिक कान (जो संतुलन बनाए रखते हैं) एक ही गति को अलग-अलग तरीके से महसूस करते हैं। उदाहरण के लिए, जब आप बस में यात्रा कर रहे हैं, तो आपकी आँखें स्थिर चीजों को देख रही होती हैं जबकि आपका आंतरिक कान गति का अनुभव कर रहा होता है। यह असंगति मस्तिष्क में भ्रम उत्पन्न करती है, जिससे मोशन सिकनेस होती है।
2. वेस्टिबुलर सिस्टम का असंतुलन
आपके आंतरिक कान में वेस्टिबुलर प्रणाली होती है जो संतुलन बनाए रखने में मदद करती है। जब यह प्रणाली गति को ठीक से नहीं पहचान पाती, तो इससे उलटी, चक्कर आना, और अन्य लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं। इस प्रणाली की असमान्य प्रतिक्रिया मोशन सिकनेस को बढ़ा सकती है।
3. विज़ुअल और ऑडिटरी सिग्नल्स में असंगति
यात्रा के दौरान, आपकी आँखें स्थिर चीजें देखती हैं जबकि आपके कान और शरीर गति का अनुभव करते हैं। इस असंगति से मस्तिष्क को भ्रमित किया जाता है, जो मोशन सिकनेस का एक और कारण है।
4. मानसिक तनाव
अधिकतर लोग यात्रा के दौरान चिंता या तनाव का अनुभव करते हैं। यह मानसिक तनाव भी मोशन सिकनेस के लक्षणों को बढ़ा सकता है।
5. आहार संबंधी कारक
यदि यात्रा से पहले भारी भोजन किया गया हो या किसी प्रकार का अस्वस्थ आहार लिया गया हो, तो यह भी उल्टी और चक्कर आने का कारण बन सकता है।
मोशन सिकनेस के लक्षण
मोशन सिकनेस के लक्षण विभिन्न व्यक्तियों में भिन्न हो सकते हैं, लेकिन आमतौर पर निम्नलिखित लक्षण शामिल होते हैं:
- उल्टी: यात्रा के दौरान सबसे सामान्य लक्षण।
- चक्कर आना: हल्का चक्कर आना या संतुलन खोने का अनुभव।
- पेट में हलचल: पेट में भारीपन या बेचैनी महसूस होना।
- पसीना आना: अचानक पसीना आना या त्वचा की रंगत में बदलाव।
- थकान: यात्रा के बाद अत्यधिक थकान महसूस होना।
उल्टी से बचने और राहत पाने के उपाय
1. घरेलू उपाय
संतुलित आहार
यात्रा से पहले हल्का और संतुलित आहार लें। तले हुए और भारी भोजन से बचें। अदरक, पुदीना, और नींबू उलटी से राहत में मदद कर सकते हैं। अदरक की चाय या अदरक कैंडी का सेवन लाभकारी हो सकता है।
गहरी सांसें लें
गहरी और धीरे-धीरे सांसें लेने से आपकी चिंता कम हो सकती है और उलटी की संभावना घट सकती है। जब भी आप यात्रा कर रहे हों, गहरी सांसें लेने का प्रयास करें।
विंडो से बाहर देखें
यात्रा के दौरान, यदि संभव हो, तो विंडो से बाहर देखें और क्षितिज की ओर ध्यान दें। यह आपकी आँखों और मस्तिष्क को गति की दिशा को समझने में मदद करता है।
आरामदायक स्थिति
यात्रा के दौरान आरामदायक स्थिति में बैठें। यदि आप बस में यात्रा कर रहे हैं, तो खिड़की की ओर बैठें और सिर को पीछे की ओर टिका कर आराम करें। इससे आपको बेहतर महसूस हो सकता है।
2. आयुर्वेदिक उपाय
अदरक
अदरक एक प्रभावी आयुर्वेदिक उपाय है, जो यात्रा के दौरान निगलने से उलटी और मोशन सिकनेस में राहत मिल सकता है। अदरक की चाय या अदरक के टुकड़े चूसना लाभकारी हो सकता है।
पुदीना
पुदीना की चाय या पुदीना का तेल भी मोशन सिकनेस को कम करने में मदद करता है। इसका सेवन यात्रा के दौरान करने से आपको आराम मिल सकता है।
त्रिफला
त्रिफला चूर्ण का सेवन भी पाचन को सुधारने और उलटी की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है। यह प्राकृतिक रूप से पेट को शांत करता है।
नींबू
नींबू का रस या नींबू पानी भी मोशन सिकनेस में राहत प्रदान कर सकता है। इसे यात्रा से पहले या यात्रा के दौरान पीना लाभकारी हो सकता है।
3. मानसिक तैयारी
मानसिक संतुलन
यात्रा से पहले मानसिक संतुलन बनाए रखने का प्रयास करें। ध्यान लगाना या शांति से बैठकर अपनी साँसों पर ध्यान केंद्रित करना आपकी चिंता को कम कर सकता है।
योग और प्राणायाम
कुछ हल्के योग आसनों या प्राणायाम (श्वास नियंत्रित करने की विधि) का अभ्यास करने से भी आपको यात्रा के दौरान आराम मिल सकता है। यह आपकी मानसिक स्थिति को मजबूत करता है और तनाव को कम करता है।
4. चिकित्सा उपाय
यदि घरेलू और आयुर्वेदिक उपायों से राहत नहीं मिलती है, तो चिकित्सा उपायों पर विचार किया जा सकता है। कुछ दवाएँ जो मोशन सिकनेस के इलाज में उपयोग की जाती हैं, उनमें शामिल हैं:
एंटीहिस्टामिन्स
एंटीहिस्टामिन्स दवाएँ जैसे कि डिमेनहाइड्रिनेट (Dramamine) और मेक्लिजिन (Bonine) मोशन सिकनेस के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। ये दवाएँ मस्तिष्क में सिग्नल को प्रभावित करती हैं और उल्टी की भावना को कम करती हैं।
स्कोपोलामाइन पैच
स्कोपोलामाइन पैच एक प्रकार की दवा है, जिसे कान के पीछे लगाया जाता है। यह धीरे-धीरे दवा को छोड़ता है और यात्रा के दौरान मोशन सिकनेस के लक्षणों को कम करता है।
यात्रा के दौरान कुछ सावधानियाँ
यात्रा करते समय कुछ सावधानियों का पालन करने से मोशन सिकनेस के लक्षणों को कम किया जा सकता है:
यात्रा के लिए उपयुक्त समय चुनें: यदि संभव हो, तो यात्रा करने का समय चुनें जब आपकी ऊर्जा स्तर अधिक हो।
पानी का सेवन: यात्रा के दौरान पर्याप्त मात्रा में पानी पीना न भूलें। यह आपको हाइड्रेटेड रखता है और पाचन में मदद करता है।
सुरक्षित स्थान पर बैठें: बस में बैठने के लिए ऐसे स्थान का चयन करें जो यात्रा के दौरान कम हिलता है, जैसे कि सामने या मध्य में।
अधिक समय तक न बैठें: यदि यात्रा लंबी हो, तो बीच-बीच में थोड़ी देर के लिए उठकर चलने का प्रयास करें।
ट्रैवल किट: यात्रा के दौरान उल्टी और अन्य लक्षणों से राहत पाने के लिए एक ट्रैवल किट तैयार रखें, जिसमें अदरक की कैंडी, पुदीना का तेल, और दवाइयाँ शामिल हों।
निष्कर्ष
मोशन सिकनेस या यात्रा बीमारी एक सामान्य समस्या है, लेकिन इसे समझने और उचित उपाय अपनाने से राहत मिल सकती है। घरेलू उपाय जैसे अदरक और पुदीना, आयुर्वेदिक उपाय जैसे त्रिफला, और चिकित्सा उपाय इस समस्या को दूर करने में सहायक हो सकते हैं। यात्रा के दौरान इन उपायों का पालन करके आप अधिक आरामदायक और सुखद यात्रा का अनुभव कर सकते हैं।
यदि समस्या गंभीर हो या लगातार बनी रहे, तो चिकित्सक से परामर्श करना हमेशा सबसे अच्छा होता है। इस प्रकार, उचित ज्ञान और तैयारी के साथ, आप यात्रा के दौरान मोशन सिकनेस को प्रभावी ढंग से प्रबंधित कर सकते हैं और अपनी यात्रा का आनंद ले सकते हैं।
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